News देखो, रांची: झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर इंडिया गठबंधन की तैयारियां तेज हो गई हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और कांग्रेस ने शनिवार को साझा रूप से घोषणा की कि वे राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 70 पर चुनाव लड़ेंगे। इस फैसले के अनुसार, शेष 11 सीटों पर गठबंधन के अन्य घटक दल चुनाव मैदान में उतरेंगे। इस रणनीति से गठबंधन की झारखंड में मजबूत स्थिति का संकेत मिलता है, जहां वह एक बार फिर से सत्ता में आने का प्रयास कर रहा है।
JMM-कांग्रेस की संयुक्त चुनावी रणनीति
JMM और कांग्रेस के बीच यह सीटों का बंटवारा पहले से ही तय था, लेकिन इस घोषणा के बाद चुनावी अभियान को और गति मिली है। गठबंधन का मानना है कि यह साझा रणनीति झारखंड में स्थिर और मजबूत सरकार प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कांग्रेस और JMM की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि वे मिलकर राज्य के विकास और जनता के हित में काम करेंगे।
RJD की 12 सीटों की दावेदारी पर असहमति
हालांकि, इस घोषणा के बाद इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक दल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने नाराजगी व्यक्त की है। RJD ने रविवार को स्पष्ट किया कि उसे 12 सीटों से कम पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव स्वीकार नहीं है। पार्टी ने कहा कि अगर उसे गठबंधन से अलग होकर भी चुनावी मैदान में उतरना पड़ा, तो वह इंडिया गठबंधन की संभावनाओं को नुकसान नहीं पहुंचाएगी।
RJD का यह रुख सीटों के बंटवारे को लेकर गठबंधन के भीतर चल रही असहमति को दर्शाता है, लेकिन साथ ही पार्टी ने यह भी कहा कि झारखंड में उसकी अहमियत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। RJD का झारखंड के कुछ क्षेत्रों में मजबूत जनाधार है, और पार्टी ने 12 सीटों पर अपनी दावेदारी मजबूती से पेश की है।
इंडिया गठबंधन की झारखंड में संभावनाएं
राज्य में इंडिया गठबंधन के सामने कई चुनौतियां हैं, लेकिन गठबंधन की ओर से उठाए गए ये कदम उसकी एकजुटता और राज्य में जीत की उम्मीद को बढ़ाते हैं। JMM और कांग्रेस का दावा है कि उनकी सरकार ने राज्य में स्थिरता और विकास सुनिश्चित किया है, और वे इसे अगले कार्यकाल में भी जारी रखने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
भविष्य की रणनीति
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में RJD के साथ सीटों को लेकर कोई समझौता होता है या नहीं। चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे पर सभी दलों के बीच सहमति बनाना महत्वपूर्ण होगा ताकि गठबंधन की चुनावी संभावनाओं को मजबूत किया जा सके। वहीं, भाजपा भी झारखंड में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रही है, जिससे चुनावी मुकाबला कड़ा होने की संभावना है।
झारखंड में इंडिया गठबंधन की ओर से JMM और कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है, जबकि RJD की 12 सीटों पर जोर से असहमति ने सीटों के बंटवारे को लेकर बहस को गर्म कर दिया है। गठबंधन को सीटों के बंटवारे पर अंतिम निर्णय लेते हुए चुनावी रणनीति को मजबूत बनाना होगा, ताकि झारखंड में वे सत्ता में वापसी कर सकें।